Wednesday, July 16, 2014

‘बदला लेने के बजाए खुद को बदलो’





‘बदला लेने के बजाए खुद को बदलो’
अमर उजाला ब्यूरो
फीरोजाबाद । बदला लेने की भावना गलत है इससे वो खुद का नुकसान करता है। बदला लेने के बजाय खुद को बदलो। यह विचार ब्रह्मकुमारी विवि के राजयोगी भगवान भाई ने व्यक्त किए।
शनिवार को जिला कारागार में आयोजित कार्यक्रम में कैदियों को संबोधित कर रहे थेे। उन्होंने कहा यह कारागार नहीं सुधार गृह है। यहां अकेले में बैठकर सोचें कि इस संसार में किस उद्देश्य से आए हैं। आत्मचिंतन से ही मनोबल बढे़ता है। केंद्र संचालिका ऊषा बहन ने कहा मनुष्य जन्मजात नहीं होता गलत संगत से अपराधी बन जाता है। जेल अधीक्षक पीएन पांडेय ने ब्रह्मकुमारी राजयोग केंद्र की सराहना की।
जिला कारागार में ब्रह्मकुमारी विवि के राजयोगी भगवान भाई दिए

‘सर्वांगीण विकास के लिए नैतिक शिक्षा जरूरी’





‘सर्वांगीण विकास के लिए नैतिक शिक्षा जरूरी’

रविवार, 13 जुलाई 2014
Firozabad
Updated @ 5:30 AM IST
फीरोजाबाद। छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए भौतिक शिक्षा के साथ नैतिक शिक्षा जरूरी है। नैतिक शिक्षा से ही सर्वांगीण विकास संभव हो सकेगा। यह विचार प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, माउंट आबू, राजस्थान से आए राजयोगी ब्रह्म कुमार भगवान भाई ने गौरीशंकर इंटर कालेज, एसआरके कालेज, ब्रजश्री इंटर कालेज एवं कमला देवी उमा स्कूल के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते समय किया।
भगवान भाई ने कहा कि शैक्षणिक जगत में विद्यार्थियों के लिए नैतिक मूल्यों को जीवन में धारण करने की प्रेरणा देना आज की आवश्यकता है। नैतिक मूल्यों की कमी व्यक्तिगत सामाजिक, पारिवारिक, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय समस्या का मूल कारण है। उन्होंने कहा कि आज के विद्यार्थी कल का समाज हैं। इसलिए स्कूलों के माध्यम से इन्हें चरित्रवान बनाएं। स्थानीय केंद्र की ब्रह्मकुमार सरिता बहन ने कहा कि चरित्रवान बनने के लिए युवाओं को सिनेमा, व्यसन, फैशन एवं कुसंगति से दूर रहना होगा। इस दौरान एसआरके के प्रधानाचार्य धीरेंद्र राठौर, अनुपम शर्मा, कृपाशंकर मिश्रा, रामनाथ भाई, ऊषा देवी के अलावा अन्य शिक्षक मौजूद थे।