Thursday, February 20, 2020

सकारात्मक विचारों से आंतरिक मन में स्थिरता आती है

संसू, रामामंडी : ब्रह्मकुमारी आश्रम में अध्यात्मिक विषय पर एक सेमिनार करवाया गया। इस सेमिनार का उद्घाटन डॉ. केके गुप्ता तथा भूषण कुमार रामे वालों ने ज्योति प्रज्ज्वलित करके किया। सेमिनार में विशेष रूप से उपस्थित माउंट आबू से आए भगवान भाई ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नकारात्मक सोच से ही अनेक समस्याएं पैदा होती है, जिससे जीवन में तनाव उत्पन्न होता है। इसलिए हर परिस्थिति में सकारात्मक नजरिया रखें जिससे तनाव से मुक्त हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि विचारों से स्मृति, दृष्टि, वृत्ति और दृष्टिकोण बनता है अगर विचार नकारात्मक है तो व्यवहार भी नकारात्मक होगा। उन्होंने विचारों को सकारात्मक बनाने पर जोर देते हुए कहा की सकारात्मक सोच से जीवन की सभी समस्या समाप्त हो जाएगी। सकारात्मक विचारों से व्यवहार भी सकारात्मक होगा। आत्म बल और मनोबल बढ़ेगा, जिससे व्यवहार में निखार आ जाएगा। उन्होंने मन को एकाग्र करने के लिए योग और ध्यान करने की सलाह दी। भगवान भाई ने कहा कि सकारात्मक विचारों से आंतरिक मन में स्थिरता आती है। मन एकाग्र हो जाता है, मन में सशक्तिकरण आ जाता है। एकाग्र मन शांति और सुख का आधार बन जाता है। उन्होंने कहा कि तनाव मुक्त होने के लिए जीवन के हर क्षण को सकारात्मक विचारों से सींचने का प्रयास करें। उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान को सकारात्मक विचारों का स्त्रोत बताते हुए कहाकि जब तक हम अपने जीवन में आध्यात्मिकता को नहीं अपनाते तब तक अपने विचारों में बदलाव नहीं आएगा। उन्होंने आध्यात्मिकता की परिभाषा बताते हुए कहा कि स्वयं के बारे में जानना, कर्म गति को जानना, सृष्टि रचयिता को जानना ही वास्तविक आध्यात्मिकता है। इस मौके पर ब्रह्मकुमारी आश्रम की संचालिका बहन मधु दीदी बहन शीतल दीदी के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे ।

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